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Showing posts from November, 2020

Haseen thhe wo lamhat...!

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हसीन थे वह लम्हात...! खूबसूरत सी यादें, हसीन थे लम्हात, कागज की कश्ती थी, और नन्हे से विचार, एक मेरा यार था, और थी हमारी यारी, हाथ थाम कर चल रहे थे, मस्तियां खूब सारी । किसी दिन किसी पर ऐतबार हो गया था, एक अजनबी शख्स मेरा यार हो गया था, वह पहली क्लास वह पहला दोस्त, मेरी जिंदगी का पहला किताब हो गया था। शुरुआती दिनों में, मैं उसके घर था जाता , शाम बीताएं, मैं वहां से आता , दोनों खिलौने कार चलाते, एक दूसरे की कारों को हम खूब लड़ाते। कार्टून की दुनिया हमने बनाई थी, ख्वाब भी कुछ चंचल से बनाए थे, वह क्रिकेट के खिलाड़ी को, न्यूज़ पेपर से चुराए थे। साथ में करते थे स्कूल की छुट्टी, कभी-कभी स्कूल से भी भाग जाया करते थे, खेल कूद कर बागों में, कश्ती में पूरा दिन बिताया करते थे। गांव की मजबूरियों के कारण होना पड़ा अलग हमें, बिछड़ के अपने यार से हॉस्टल जाना पड़ा मुझे, वह देखता रहा मुझे, एक ही निगाह से, ठहरा हो जैसे अब भी वह पल, हमारी ही निगाह से। अनोखी थी वह हमारी यारी, अनोखा था वो मेरा यार, मेरी हर ज़रूरत को , बे झिझक पूरा करता मेरा यार। वो लम्हें बहोत याद आते है, आंखे बंद करता हूं,शरारतें याद आते ...

Takleefo Ki Wo Raate...!

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तकलीफो की वो राते...! एक साल तकलीफों की थी, रात मेरी दर्द से गुजरती थी, एक दफा दर्द उठा, माँ चौंक गई, दर्द से तड़पती रही, वो रात करवट बदलती रही। वह अजीब सा ही दर्द था, आता तो तकलीफों के ही साथ में, जब बात हद से बढ़ गई, मां हॉस्पिटल ले गई। डॉक्टर ने देखा मुझे, इंजेक्शन लगा के कुछ टेस्ट कराया मुझे, वह रात बहुत गहरी सी थी, जब वार्ड में ले जाया गया मुझे। इंजेक्शन का रिएक्शन हुआ, हाथ सूझ कर इतना बडा हुआ, कहने लगा डॉक्टर, मामला गंभीर है, ठीक ना हुआ करना होगा ऑपरेशन है। भाई केहने लगा मेरा , घबरा नहीं तुझे दूंगा ट्यूब मेरा, खुश किस्मत से हाथ मेरा ठीक हुआ, लगा जैसे कुछ बोझ हल्का हुआ मेरा। अभी भी दर्द पेट है वहीं, रिपोर्ट के अलावा कुछ ना हुआ मेरा, हर टेस्ट में भुका ही रख देते, चैन ना मिलता उन्हें तो दवाइयों की बॉटल थामा देते। एक दफा ऑपरेशन के लिए लेजाया गया, पूरे ५ घंटे इंतजार करके वापस कराया गया, गुस्से मे तिलमिला के मै लाल हो गई, अपने वार्ड मे आकर नाराज़ हो गई। तनहा थी मै वह पर, था कोई नहीं मेरे पास मे, घर पर लगे थे ताले मेरे, अम्मी थी बस हर वक्त साथ मेरे। हमारा रात का खाना हॉस्पिटल में होता, ...